An era ends with Virat Kohli’s Test retirement : भारत के रहे सबसे सफल कप्तान
An era ends with Virat Kohli’s Test retirement : भारतीय क्रिकेट के ‘किंग’ विराट कोहली ने आज टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी, जिसके साथ ही एक युग का अंत हो गया। 36 वर्षीय कोहली ने 14 साल के शानदार टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया, जिसमें उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 9,230 रन बनाए और भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी छाप छोड़ी। उनकी कप्तानी में भारत ने 68 टेस्ट में से 40 जीत हासिल कीं, जो किसी भी भारतीय कप्तान का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है। कोहली ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट के जरिए अपने फैसले की घोषणा की, जिसमें उन्होंने लिखा, “यह 14 साल का सफर मेरे लिए अनमोल रहा। टेस्ट क्रिकेट ने मुझे बहुत कुछ सिखाया और आकार दिया। यह कदम आसान नहीं था, लेकिन यह सही लगता है। #269, साइनिंग ऑफ।”
कोहली का टेस्ट करियर: एक नजर में
विराट कोहली ने 20 जून 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में टेस्ट डेब्यू किया था। शुरुआती दौर में उतार-चढ़ाव के बावजूद, उन्होंने जल्द ही अपनी जगह पक्की कर ली और 2014 में एमएस धोनी से टेस्ट कप्तानी संभाली। कोहली ने अपने करियर में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया में भारत की पहली टेस्ट सीरीज जीत (2018-19) भी शामिल है। उनके बल्ले से निकले 7 डबल सेंचुरी भारत के किसी भी बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा हैं।
कोहली के टेस्ट करियर के प्रमुख आंकड़े
आंकड़ा |
विवरण |
---|---|
टेस्ट मैच |
123 |
रन |
9,230 |
औसत |
46.85 |
शतक |
30 |
अर्धशतक |
31 |
सर्वोच्च स्कोर |
254* |
कप्तान के रूप में टेस्ट |
68 |
कप्तान के रूप में जीत |
40 |
सबसे सफल भारतीय टेस्ट कप्तान
कोहली ने 2014 में टेस्ट कप्तानी संभाली और अपने आक्रामक नेतृत्व से भारतीय टेस्ट क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी कप्तानी में भारत ने घरेलू मैदानों पर एक भी सीरीज नहीं हारी और विदेशी धरती पर भी शानदार प्रदर्शन किया। 68 टेस्ट में 40 जीत के साथ, कोहली ने एमएस धोनी (27 जीत) और सौरव गांगुली (21 जीत) को पीछे छोड़ दिया। विश्व स्तर पर, वह ग्रैम स्मिथ (53 जीत), रिकी पोंटिंग (48 जीत), और स्टीव वॉ (41 जीत) के बाद चौथे सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं।
टेस्ट कप्तानों की जीत की तुलना (शीर्ष 5)
कप्तान |
देश |
टेस्ट |
जीत |
---|---|---|---|
ग्रैम स्मिथ |
दक्षिण अफ्रीका |
109 | 53 |
रिकी पोंटिंग |
ऑस्ट्रेलिया |
77 | 48 |
स्टीव वॉ |
ऑस्ट्रेलिया |
57 | 41 |
विराट कोहली |
भारत |
68 | 40 |
क्लाइव लॉयड |
वेस्टइंडीज |
74 | 36 |
बल्लेबाजी में रिकॉर्ड्स की भरमार
कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए चौथे सबसे ज्यादा रन बनाए, जो सचिन तेंदुलकर (15,921), राहुल द्रविड़ (13,265), और सुनील गावस्कर (10,122) के बाद आते हैं। कप्तान के रूप में उनके 5,864 रन (औसत 54.80) भारतीय कप्तानों में सर्वाधिक हैं। उनके 7 डबल सेंचुरी न केवल भारत बल्कि विश्व क्रिकेट में भी एक रिकॉर्ड है। 2016 से 2018 के बीच कोहली का प्रदर्शन शानदार रहा, जहां उन्होंने 35 टेस्ट में 3,596 रन बनाए, जिसमें 14 शतक और 8 अर्धशतक शामिल थे।
टेस्ट संन्यास का फैसला: कारण और प्रभाव
कोहली का यह फैसला उनके हालिया फॉर्म और निजी प्राथमिकताओं से प्रभावित माना जा रहा है। 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली ने 5 टेस्ट में केवल 190 रन बनाए, जिसमें एक शतक शामिल था। उनकी ऑफ-स्टंप के बाहर की कमजोरी चर्चा का विषय रही। इसके अलावा, कोहली ने पहले ही टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले लिया था और अब उनका ध्यान 2027 वनडे विश्व कप पर केंद्रित है।
रोहित शर्मा के टेस्ट संन्यास (7 मई 2025) के बाद कोहली का यह फैसला भारतीय टेस्ट टीम के लिए एक बड़ा झटका है। दोनों अनुभवी बल्लेबाजों की अनुपस्थिति में भारत को जून में इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। शुभमन गिल को नया कप्तान बनाए जाने की संभावना है, लेकिन मध्य क्रम में अनुभव की कमी एक चुनौती होगी।
कोहली की विरासत और भविष्य
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को नई पहचान दी। उनकी फिटनेस, आक्रामकता, और जुनून ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को आधुनिक बनाया। उन्होंने उस समय टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखने में अहम भूमिका निभाई जब टी20 लीग इसका वजूद निगल रही थी। उनकी बल्लेबाजी, खासकर कवर ड्राइव, को कला की तरह देखा जाता है।
हालांकि कोहली 10,000 टेस्ट रन के आंकड़े तक नहीं पहुंच सके, उनकी उपलब्धियां किसी मील के पत्थर से कम नहीं हैं। अब वह वनडे क्रिकेट और आईपीएल पर ध्यान देंगे। 2025 आईपीएल में उन्होंने 11 मैचों में 505 रन बनाए, जो उनकी शानदार फॉर्म को दर्शाता है।
प्रशंसकों और दिग्गजों की प्रतिक्रिया
कोहली के संन्यास की घोषणा के बाद प्रशंसकों और पूर्व खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। बीसीसीआई ने ट्वीट किया, “एक युग का अंत हुआ, लेकिन विराट कोहली की विरासत हमेशा जीवित रहेगी।” ब्रायन लारा ने लिखा, “टेस्ट क्रिकेट को कोहली की जरूरत है, लेकिन उनकी पारी शानदार रही।” प्रशंसकों ने इसे भारतीय क्रिकेट के लिए एक भावनात्मक क्षण बताया।
निष्कर्ष
विराट कोहली का टेस्ट संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा बदलाव है। उनके रिकॉर्ड्स, नेतृत्व, और जुनून ने टेस्ट क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। अब, जबकि वह वनडे और आईपीएल पर ध्यान दे रहे हैं, भारतीय टेस्ट टीम को नई चुनौतियों का सामना करना होगा। कोहली की विरासत हमेशा प्रेरणा देती रहेगी।